About raman-admin

This author has not yet filled in any details.
So far raman-admin has created 221 blog entries.

साधना

साधना   - अपने जीवन के अन्तिम लक्ष्य मोक्ष को प्राप्त करने के लिए आवश्यक कार्यों को करने के लिए अपने मन को साधने को 'साधना' कहा जाता है। मोक्ष को प्राप्त करने का एक ही तरीका है- अष्टांग योग। हम सभी को 'साधना' के तत्वों, उसके उद्देश्य, [...]

साधना2024-03-04T15:50:16+00:00

धर्म?

  धर्म 'आम लोग धर्म को सत्य, बुद्धिमान लोग असत्य और शासक लोग उपयोगी मानते हैं।' - सेनेका-रोमन का एक उद्धरण 'अगर एक व्यक्ति भ्रम में है, तो उसे पागलपन कहते हैं। लाखों व्यक्ति अगर भ्रम में हैं, तो उसे धर्म कहते हैं' -डॉकिंस का एक उद्धरण 'विज्ञान धर्म [...]

धर्म?2023-03-04T10:53:33+00:00

ज्ञान

ज्ञान -ज्ञान के दो भाग हैं। एक सैद्धांतिक ज्ञान और दूसरा व्यावहारिक ज्ञान। सैद्धांतिक ज्ञान के मौलिकरूप को लगभग 100-150 पृष्ठों में समेटा जा सकता है। 'हम सभी को सच बोलना चाहिए'--यह आध्यात्मिक नियमों के सिद्धांतों में से एक है। इसे बहुत ही कम समय में सीखा जा [...]

ज्ञान2022-11-03T15:47:03+00:00

ज्ञान मार्ग, कर्म मार्ग और भक्ति मार्ग क्या हैं?

ज्ञान मार्ग, कर्म मार्ग और भक्ति मार्ग क्या हैं?   -ज्ञान मार्ग, कर्म मार्ग और भक्ति मार्ग में, इनमें से किसी का भी अभाव नहीं होता। ज्ञान मार्ग में ज्ञान को प्राथमिकता दी जाती है। ज्ञान मार्ग में कर्म और भक्ति भी मौजूद तो होते हैं, परन्तु केवल [...]

ज्ञान मार्ग, कर्म मार्ग और भक्ति मार्ग क्या हैं?2021-11-06T12:16:11+00:00

सत्य

सत्य   'तर्क सच्चाई को प्रकट करने के लिए है, इसे बनाने के लिए नहीं।' - एडवर्ड डी बोनो का एक उद्धरण 'झूठ अक्सर, जोर से और काफी देर तक बोला जाए तो, लोग आप पर विश्वास करेंगें।' - जोसेफ गोबेल्स का एक उद्धरण  -सत्य इस बात से [...]

सत्य2022-11-03T15:21:53+00:00

प्रार्थना के मायने

    प्रार्थना के मायने -'प्रार्थना' हमारे जीवन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। समाज में, इसके बारे में बहुत सी गलत धारणाएं घर कर गई हुई हैं। इसलिए, यह अति-आवश्यक हो जाता है कि इसके सही प्रारूप को प्रकाशित किया जाए। इसके सही प्रारूप को समझने के लिए कृपया निम्नलिखित [...]

प्रार्थना के मायने2023-12-17T11:50:27+00:00

आध्यात्मिकता और आध्यात्मिक नियम

आध्यात्मिकता और आध्यात्मिक नियम - नीचे कुछ आध्यात्मिक नियमों का उल्लेख किया जा रहा है: ईश्वर हर जगह मौजूद है। हम जो कुछ भी मानसिक या शारीरिक रूप से करते हैं, ईश्वर उसे देखता है और उसी के अनुसार हमें फल देता है। अब, ईश्वर का ज्ञान ऋग्वेद, [...]

आध्यात्मिकता और आध्यात्मिक नियम2023-12-14T11:38:14+00:00

उपहार

उपहार - बड़ों को अपने से छोटों को कुछ देने पर अच्छा लगता है। हम देख सकते हैं कि बड़े अपने परिवार वालों, दोस्तों और रिश्तेदारों को सबसे अच्छी चीजें (अपने साधनों की सीमाओं के भीतर) देने की कोशिश करते हैं। लेकिन, सबसे अच्छी चीजों का ज्ञान बड़ों [...]

उपहार2023-11-22T15:31:26+00:00

पठनीय पुस्तकें

पठनीय पुस्तकें   'झूठे शब्द न केवल अपने आप में बुरे हैं, बल्कि वे आत्मा को बुराई से संक्रमित कर देते हैं।' - सुकरात का उद्धरण  - कोई भी व्यक्ति ऐसी चीज को स्वीकार करना पसंद नहीं करता, जो 1% भी अशुद्ध हो। फिर, हम कुछ किताबों में [...]

पठनीय पुस्तकें2021-11-07T07:23:48+00:00

आज का युवा

आज का युवा   आज के युवा अध्यात्म से दूर होते जा रहे हैं, क्योंकि हमारे परिवारों में कोई नहीं है, जो उन्हें आध्यात्मिकता का सही महत्व, इस शब्द का अर्थ, हमारी दिन-प्रतिदिन की समस्याओं या गतिविधियों से इसका संबंध, आध्यात्मिकता की ओर झुकाव न होने के कारण [...]

आज का युवा2022-11-01T14:43:37+00:00
Go to Top