ईश्वर के मुख्य नाम कौन कौन से हैं और उनके अर्थ क्या हैं?

 

जैसे ईश्वर के गुण और कर्म अनन्त है, उसी प्रकार उसके बोधक नाम भी अनन्त हैं। प्रत्येक नाम उसके किसी ना किसी गुण को प्रकट करता है। जैसे-

ब्रह्म-सबसे बड़ा।

ब्रह्मा- सब जगत को बनाने वाला।

शिव- कल्याण स्वरूप और कल्याण करने वाला।

विष्णु- चर और अचर सब जगत में व्यापक।

रुद्र – दुष्ट कर्म करने वालों को दण्ड देकर रुलाने वाला।

गणेश, गणपति- सबका स्वामी और पालन करने वाला।

पिता- सबकी पालना और रक्षा करनेवाला।

देव- विद्वान और विद्या आदि देने वाला।

यम- सब प्राणियों को न्यायपूर्वक, यथायोग्य कर्मफल देने वाला।

भगवान- ऐश्वर्यवान।

चन्द्र- आनन्द स्वरूप और सबको आनन्द देने वाला।

शक्ति- जगत को बनाने में समर्थ

लक्ष्मी- विद्वान योगियों का लक्ष्य

सरस्वती- विविध विज्ञान, शब्द, अर्थ का ज्ञान यथावत होना

अद्वैत- एक, दो नहीं

महादेव- देवों का देव

ओम् ही ईश्वर का निज नाम है। ईश्वर का मुख्य स्वभाव रक्षा करना माना जाता है। इसलिए ओम् का अर्थ रक्षक लेना उचित है।

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