हमारे शरीर की सभी क्रियाएं किस सत्ता के कारण से सम्भव होती हैं?
हम प्रत्यक्ष देखते हैं कि प्राणियों का शरीर कार्य करते-करते ऐसा निष्क्रिय हो जाता है, कि, असंख्य डाक्टरों के प्रयासों, औषधि-उपचारों और यन्त्रों की सहायता से भी कार्य नहीं करता, इससे यह सिद्ध होता है कि कोई चेतन सत्ता व शक्ति थी, जो उस शरीर को चेतन रख रही थी व जिस के छोड़ कर चले जाने से वह शरीर निष्क्रिय हो गया। इसी चेतन सत्ता को जीवात्मा कहते हैं। एक सिद्धान्त है कि जिस सत्ता के होने से कोई गुण हो और न होने से वह गुण न रहे, तो वह गुण उस सत्ता का माना जाता है। इस सिद्धान्त के अनुसार, क्योंकि, जीवित प्राणियों में ज्ञान का गुण प्रतीत होता है और मृत प्राणियों में ज्ञान के गुण का अभाव हो जाता है, तो ज्ञान अथवा चेतनता वास्तव में शरीर के बजाए जीवात्मा का गुण है।