क्या कोई शक्ति जीवात्मा के ऊपर भी है?

 

जो शक्ति, जीवात्मा के कर्मों के फल स्वरूप उसका जड़ शरीर से संयोग या वियोग करवाती है, तथा उसे विकलांग अथवा रोगी शरीर में आने को और जीवात्मा की इच्छा के विरुद्ध उसे दुख भोगने को बाध्य करती है, उसी शक्ति का नाम ईश्वर है।

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