शंका ७ –ईश्वर यदि भविष्यत् की बातों को नहीं जानता, तो वह सर्वज्ञ कहाँ रहा?

समाधान –  ईश्वर की सर्वज्ञता का अर्थ है-सभी जानने योग्य बातों को जानना। भविष्य में होने वाली घटनाएं दो प्रकार की होती हैं एक जो किसी नियम पर आधारित होती हैं। जैसे सूर्यादि का उदय -अस्त होना। नियम पर आधारित घटनाओं का ज्ञान पूर्व सम्भव होता है। जैसे एक खगोलविद् महीनों, वर्षों पहले सूर्य अथवा चन्द्रमा के ग्रहण के विषय में जान लेता है कि कब होगा। दूसरे प्रकार की घटनाएं वे होती हैं जिन्हें पहले से जानने का कोई नियम अथवा आधार नहीं होता। जैसे मनुष्य द्वारा किये जाने वाले कर्म। वे मनुष्य की इच्छा पर निर्भर होते हैं। वह उन्हें करे या न करे अथवा विपरीत करे। ऐसी बातों को ईश्वर भी साथ-साथ ही जानता है पहले से नहीं।

                                                                                                                                                  -डाक्टर धीरज कुमार आर्य