दर्शन के मायने क्या होते हैं?
दर्शन के मायने क्या होते हैं? ‘जीवन जीते हुए बहुत से विषयों पर हमारा चिन्तन करना आवश्यक हो जाता है। चिन्तन की परम्परा को ही दर्शन कहते हैं। विभिन्न विषयों में हमारी क्या दृष्टि हो, उसी को छः दर्शन शास्त्रों में बताया गया है।’ -आचार्य सत्यजित आर्य ‘वैसे [...]