स्वस्थ शरीर और मन

 

– स्वस्थ शरीर और मन हमारे जीवन के उद्देश्य को जानने, उसके लिए आवश्यक साधनों को संचित करने और उन साधनों के उपयोग के बारे में जानने का एक मात्र उपाय है। ऐसे में, हमें केवल उन्हीं चीजों को अपने शरीर में डालना चाहिए, जो उसे स्वस्थ बना सकें। ये चीजें खाद्य पदार्थ व विचार होते हैं। इसीलिए, भोजन की अच्छी आदतों को आध्यात्मिकता का आधार कहा जाता है। मांस हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं माना जाता। इसके अलावा, चूंकि मांस कभी भी हिंसा के बिना प्राप्त नहीं किया जा सकता है, इसलिए, यह हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए बुरा माना जाता है। यह हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा नहीं माना जाता, क्योंकि यह हमारा प्राकृतिक भोजन नहीं है।

– हमें प्रयत्नपूर्वक अपने शरीर में स्वस्थ भोजन और मन में अच्छे विचारों को ही डालना चाहिए। स्वस्थ शरीर और मन के माध्यम से ही हम अपने व समाज के लिए अच्छा कर सकते हैं। इसलिए, हमें अपने स्थूल शरीर में भोजन डालते समय व अपनी इन्द्रियों के माध्यम से कुछ देखने, पढ़ने, सुनने आदि में पर्याप्त सतर्क रहने की आवश्यकता है। ऐसा करके हम ‘साधना’ अर्थात जीवन के उद्देश्य को प्राप्त करने के मार्ग पर बेहतर ढंग से चल सकते हैं।