पुस्तक- सत्यार्थ प्रकाश पढ़ने की विधा

मूलतः यह पुस्तक हिन्दी अर्थात आर्य-भाषा में लिखी गई है। इसकी अंग्रेजी translation ‘Light of Truth’  के नाम से उपलब्ध है। क्योंकि, हमें इस तरह के साहित्य को पढ़ने की आदत नहीं होती, इसलिए, इस पुस्तक को पढ़ने की एक खास विधा है। यह पुस्तक ‘प्रश्न उत्तर’ शैली में लिखी गई है। प्रारम्भ में, केवल उन्हीं प्रश्नों के उत्तर पढ़ने चाहिए, जो प्रश्न पढ़ने वाले को भाएँ। पहली बार में, जो उत्तर पढ़े जाते हैं, उनका केवल 10 % ही समझ में आता है। दूसरी बार में, जो उत्तर पढ़े जाते हैं, उनका 50-60 % समझ में आ जाता है। इस तरह पुस्तक को अनेकों बार पढ़ें। पुस्तक- सत्यार्थ प्रकाश दो बार पढ़ने के पश्चात पंडित गंगा प्रसाद उपाध्याय जी द्वारा लिखित पुस्तकें- आस्तिकवाद, वेद प्रवचन, वैदिक संस्कृति और ईशोपनिषद पढ़ें, इससे सत्यार्थ प्रकाश अधिक अच्छे से समझ आएगा। तत्पश्चात पुस्तक- सत्यार्थ प्रकाश पुनः अनेकों बार पढ़ें।