अकर्मण्यता, प्रमाद और आलस्य में अन्तर
अकर्मण्यता– अकर्मण्यता का अर्थ है, काम करना ही नहीं, जिसे कामचोरी कहते हैं।
प्रमाद– प्रमाद का अर्थ है, लापरवाही।
व्यक्ति काम तो करता है, पर पूरे ध्यान से नहीं करता। लापरवाही करता है। और उसमें गलतियां होती रहती हैं।
आलस्य– शरीर अथवा मन की थकावट अथवा भारीपन के कारण हमारी काम करने की इच्छा ही न होना आलस्य कहलाता है।
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