प्रश्न – क्या बिना ज्ञान के भी कर्म होते हैं?

उत्तर- सामान्य सिद्धान्त तो यही है कि बिना ज्ञान के कर्म नहीं होते, क्योंकि जो कुछ भी कर्म मनुष्य करता है, वह इच्छापूर्वक करता है, और वह इच्छा सुखदायी पदार्थ को प्राप्त करने और दुखदायी पदार्थ को छोड़ने स्वरूप होती है। इसलिए हम कह सकते है कि अधिकांश कर्म ज्ञानपूर्वक ही होते हैं। पुनरपि प्रत्येक मनुष्य, प्रत्येक दिन कुछ ऐसे कर्म कर लेता है, जिसके विषय में उसको कुछ भी ज्ञान नहीं होता है कि कर्म किया या नहीं। यथा-चलते हुवे पाँव के नीचे आकर अनेक चीटियाँ या कीड़े-मकोड़े मर जाते हैं।